Tuesday, September 23, 2014

नरेन्द्र मोदी द्वारा टाइम मैगज़ीन के एडिटर फरीद जकरिया को दिए इंटरव्यू में यह कहना की भारत का मुस्लमान देशभक्त है, मुझे ये बिलकुल अटपटा और बेमतलब की टिप्पणी लगी / यह टिप्पणी देश के मुसलमानो को इस बात के लिए शर्मसार कर गयी की अबतक वे देशभक्त नहीं थे और मोदी ने अब उन्हें इसका सर्टिफिकेट दे दिया है/ मोदी ने अलकायदा के जारी वीडियो के जिस परिपरेक्ष्य में यह बात कही, उस पर उन्हें ये कहना चाहिए था की भारत का मुस्लमान भी अलकायदा और आई एस आई एस के आकाओं की चुले हिला देंने की हिमाकत रखता है / देखिये कोई व्यक्ति या कौम की देशभक्ति कोई दिखावे के लिए नहीं होती और कोई व्यक्ति देशभक्ति कर देश पर कोई अहसान भी नहीं करता बल्कि कानून और संविधान उन्हें देशद्रोह करने पर सजा भी देता है / isi के जाल में भारत के कई हिन्दू भी पकडे गए है और पाकिस्तान में कई मुस्लिम भी रॉ के मुखबिर पाये गए है / सबसे बड़ी बात है देश हर लोग के साथ एक सामान व्यहार करे और सरकार किसी के साथ पहचान के आधार पर भेदभाव ना करे / 
मै तो चाहता हु भारत का हर हिन्दू और मुस्लमान किसी धरम का नुमाइंदा होने के पहले मानवतावादी बने और इस तरह की वह मिसाल पेश करे की वह अपने अपने धर्म की कमी को लेकर पहले खुद अपनी आवाज उठाये / यह बड़ा अच्छा होता की भारत के मानवतावादी मुस्लमान अलकायदा और आई एस आई एस के गर्दन काटो अभियान को लेकर एक ऐसा प्रर्दशन करते जो समूची दुनिया को मैसेज देती / ए पी जे कलाम से बड़ा देशभक्त कौन होगा जिन्होंने न तो भारत में बड़ा आदमी बनने के लिए अपना धरम बदला और ना ही उन्होंने इस्लामी तरीके से अपने अभिवादन का तरीका बदला / मैं तो कलाम को मौजूदा दौर में भारत का सबसे बड़ा visionary मानता हु/ भारत पाकिस्तान और बांग्लादेश की एकता में धरम महत्वपूर्ण नहीं है सांस्कृतिक समरूपता और भौगोलिक अखंडता सबसे महत्वपूर्ण है / धर्म के पाखंडियो और उन्मादियों के लिए आने वाले दौर में कोई नहीं जगह होगी/ यकीं मानिये पाकिस्तान में भी आधुनिक तरीके से पदधी लिखी नयी पीढ़ी भारत से प्रभावित है

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