Monday, March 21, 2016

यदि भारत माता की जय बोल देने से देश में सभी लोगो के लिए अनाज पैदा होने लगे , कारखानो में उत्पादन होने लगे और भारत की चहारदीवारी सुरक्षित हो जाये तो फिर क्या जरूरत है इतना बड़ा तामझाम और इंतजामिया की। सारे लोग 24 x 7 भारत माता की जयकारा लगाये। मोदी और उनकी सरकार भी सभी के लिए तमाम स्कीम योजनाये छोरकर भारत माता के जयकारे लगाये। अरे भाई यह कसौटी क्यों तय करते हो। असली भारत विरोधी और बिभाजनकारी लोग भारत माता की जय करने से निर्धारित नहीं होंगे। यह तो सचाई ,अच्छाई , ईमानदारी निष्पक्षता और उच्च मानदंडो से तय होंगी। मेरे हिसाब से सबसे पहले मानव , फिर समाज , फिर परिवार , फिर राष्ट्र और सबसे बाद में धर्म का स्थान है। इसमें सभी लोग अपने आप को तय कर लें , वे किस श्रेणी में आते है। जिन्ना जैसे लोगो के लिए धर्म पहले था , इसलिए उनसे राष्ट्र का विखंडन कर दिया। खैर वह व्यति इस्लामिक भी नहीं था वह एक राजनितिक महत्वाकांछी और फ्रॉड था इसीलिए काल ने भी उसकी जल्दी बलि भी ले ली। उसके इस निर्णय से 15 लाख लोग दंगे की बलि चढ़ गए। मेरे हिसाब से असली राष्ट्रवादी वो होगा जो पुराने अखंड व सेक्युलर भारत की बात करे।

No comments:

Post a Comment