Monday, July 28, 2014

upsc के सी सैट पर चल रहे विवाद

upsc के सी सैट पर चल रहे विवाद और उसपर हिंदी माध्यम सिविल परिषछार्थियो का हो रहा बेहद रोषपूर्ण आंदोलन, के मूल में जाने की जरूरत है / इस पुरे प्रकरण के तीन पछ हैं/ पहला की कब तक देश में एकसमान शिक्ष्छन पाठ्यक्रम होगा / हम पब्लिक स्कूल प्राइवेट स्कूल कान्वेंट स्कूल निगम स्कुल के अंतर को व्याहारिक रूप से खत्म तो नहीं कर सकते, पर इन सभी स्कूलों में एक सार्वभौम पाठ्यक्रम का निर्धारण तो कर ही सकते है जिसमे भाषा अध्यन और भाषा माध्यम एक सामान त्रिभाषा फार्मूला पर चलाई जाये/ जिससे किसी भी तरह की शैक्षिक असमानता और भेदभाव की संभावना उत्पन्न ही नहीं हो / दूसरा पक्ष्छ है की इस ब्रिटिश सरकार कालीन इन प्रशासनिक सेवाओ के प्रति छात्रों का आकर्षण क्या उनकी उसी सामंती मानसिकता का द्योतक नहीं लगता जहा पावर का प्रयोग उनके लिए व्हिम्स एंड fancies है न की कॉमन कॉज / हम आजाद और लोकतान्त्रिक भारत में इस प्रशासनिक सेवा को प्रशानिक प्रबंधन सेवा में कब तब्दील करेंगे जो गुड गवर्नेंस का बेहद जर्रोरी तत्व है/ यदि हम ऐसा करेंगे तब सभी सेवाएं एक तरह की हो जाएँगी और जिसका जिसमे रुझान होगा, उस करियर को अपनाएगा और आईएएस सेवाओ के लिए मारा मरी नहीं होगी / तीसरा यह कथित नए विज़न वाली सरकार कब तक अपनी नयी कार्मिक नीति लाएगी जिससे देश की समूची ब्यूरोक्रेसी में एक लेवल स्थिति उत्पन्न हो सके

No comments:

Post a Comment