मुझे यह समझ में नहीं आता कि केज़रीवाल ने अपने घुष स्कीम प्रचार के बहाने बड़े बड़े बैनर हॉर्डिंग्स पर अपने फ़ोटो दिखने के लिए करोडो रुपये खर्च क्यों कर डाले , जबकि इस फ़ोन नम्बर पर फ़ोन करना लोगी के लिए मुसीबत बन गयी है सरकारी कर्मचारी पहले भी लोगी से डायरेक्ट घुष नहीं मांगते थे , वे लोगो को तंग कर उन्हें घुश के लिए मजबूर करते थे/ अब नयी स्कीम से उन लोगी ने हजारो कमिया बताकर काम करना ही बंद कर दिया है / केजरीवाल भ्रटाचार तुम्हारे सब्जबागों से दूर नहीं होगा, उसके लिए व्यापक दृष्टि और तुम्हारी नौटंकी से मुक्ति चाहिए होगी / केज़रीवाल ने जिस विभाग इनकम टैक्स में १५ साल तक कम किया उसके एक भी भ्रस्टाचार को उजागर नहीं किया/ मै अभी तक मोदी का बड़ा विरोध किया करता था कि वह अधिनायकवादी शैली में काम करता है पर मुझे अब यह लगता है कि वह वयक्ति कम से कम काम करके तो दिखाता है / पर तुम तो सदी के सबसे बड़े फ्रॉड लगते हो --
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