Wednesday, May 25, 2016

हमारा यह हमेशा से यह मानना रहा है की वर्तमान में हिन्दुतत्व का जो रूप दिख रहा है या दिखाया जा रहा है , वह कही से हिन्दुतत्व के असली अक्स को रेखांकित नहीं करता। यह तो बस इस्लाम के विरोध में इस्लामिक स्वरुप को ही इख़्तियार किया हुआ है। अभी आज की खबर क्या कहती है की बजरंग दल अपने शौर्य शिविर में लोगो से नफरत करने और हथियार असलो के साथ पेश आने की तैयारी कर रहा है। इन्होने इस्लामिक तर्ज पर ढाढ़ी और टोपी भी पहनी हुई है। हैरत तो तब और हुई जब पता चला की ये कार्य यूपी के आगामी चुनाव मेंसांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए किये जा रहे है।
पहली बात की हमारी राजनीती में सफलता का और नेताओं के लिए अपनी राजनीती करियर चमकाने में अभी भी पहचान और वर्ग शत्रुता की राजनीती का कोई शानी नहीं। और यह भी बात सही है की इसमें सभी दल एक से बढ़कर एक है। कोई जाती , कोई मजहब , कोई खैरात , कोई खज़ाना खोल , कोई भावुकता और तुष्टि का लेप तो कोई खानदान , तो कोई परिवार सब अपने अपने तरकश में तीर बनकर तैयार बैठे है। मैं इसके लिए दल विशेष को दोष नहीं दे सकता। इसके लिए सीधे सीधे हमारा संविधान दोषी है जिसने राजनीती में भारत की विविधता को हथियार बनाए जाने को निषिद्ध नहीं ठहराया।
दूसरी बात हिन्दू कट्टरवादिता की जो की उसक मौलिक गुण नहीं , वह या तो किसी दूसरे मज़हब का नक़ल किया हुआ है या फिर आयात किया हुआ है, हिंदुत्व का असली दुर्गुण तो उसमे शताब्दियों से चला आ रहा बिरादरीवाद है जो जनम आधारित है। पर हमारे यहाँ कथित प्रगतिवादी हिन्दू सम्प्रदियक्ता पर बड़े तीखे हमले करते है। मैं ऐसा हमला हिंदुत्व के जातिवाद पर तो कर सकता हूँ पर हिन्दू सम्प्रदायवाद पर ऐसा हमला करने के पहले मैं इस्लाम और अन्य धर्मो के सम्प्रदायवाद पर हमला करूँगा, उसके बाद हिन्दू सम्प्रदायवाद पर हमला करूँगा, क्योकि दोनों के अनुपात में अभी भी काफी अंतर है।
पर हिन्दुओ में ऐसे लोगो की जमात तेजी से बढ़ रही है जो इस्लामिक तर्ज़ पर सेक्युलरवाद को पचा नहीं पाते। हमें तो गांधी से बड़े हिंदुत्व का कोई ब्रांड एम्बेसडर नहीं दिखता। विवेकानद , दयानन्द ,राम मोहन राय ही हिंदुत्व के असली प्रतिपादक और आदी शंकराचार्य इसके मूल संगठक है। आज भी हिंदुत्व सही राह पर चले तो दूसरे धर्म को यह सीख दे सकता है और हमारा मानना है की बिना कट्टरवादी रवैया अपनाए भी राष्ट्र की एकता और समाज के सशक्तिकरण को पुनरसम्भव बनाया जा सकता है।

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