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Tuesday, May 31, 2022

अयोध्या काशी मथुरा जैसे अजीम हिन्दू तीर्थस्थलों पर मस्जिद आखिर निर्मित ही क्यों किये गए

 अयोध्या काशी मथुरा जैसे अजीम हिन्दू तीर्थस्थलों पर मस्जिद आखिर निर्मित ही क्यों किये गए। सवाल जायज है। पर ऐसे लाखों मंदिर तोड़े गए उस ऐतिहासिक सच के वर्तमान में बदले लेने वाली बात क्यों।

सदियों ने खता की तो लम्हो को सजा क्यों !
क्या वे लाखों तोड़े गए मंदिर सब के सब दोबारा तामीर किये जा सकते हैं ।
गड़े मुर्दे उखाड़ने का कोई फायदा नहीं।
हिन्दुओं का असल पुनरूथान सामाजिक पुनसंरचना और विधर्मियों की ससम्मान घर वापसी में छिपी है। ,मस्जिद हटाने में बवाल ही बवाल है।
पर सबसे खतरनाक बात आस्था का सवाल उठाकर दरअसल हिन्दू संप्रदाय की राजनीत्ति पनपाना है। इसका पहला संस्करण अयोध्या , दूसरा काशी बनने जा रहा है और तीसरा मथुरा। ये तीनो स्थल यदि आपसी सहमति से हिन्दुओ को प्राप्त हो तो हिन्दू होने के नाते मुझे ख़ुशी होगी , परन्तु यदि इसका उपयोग भाजपा के राजनीतिक फायदे में इस्तेमाल किया जायेी तो ये भारतीय लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक। इसीलिए भारतीय लोकतंत्र में धर्म सहित हर पहचान जाती, प्रान्त और भाषा के उपयोग के सख्त खिलाफ हूँ।

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